Asmita Yojana 2023 [अस्मिता योजना महाराष्ट्र]

Asmita Yojana:- महाराष्ट्र सरकार ने महाराष्ट्र राज्य में ग्रामीण महिलाओं को सब्सिडी वाले सैनिटरी नैपकिन वितरित करने के लिए अस्मिता योजना शुरू की है। ग्रामीण विकास और महिला एवं बाल विकास मंत्री, श्रीमती। पंकजा मुंडे ने इस योजना की घोषणा की।

यह योजना 11-19 वर्ष आयु वर्ग के जिला परिषद विद्यालय की ग्रामीण महिलाओं और किशोरियों के लिए है। किशोरियों के लिए 5 रुपये की रियायती दर पर 8 सैनिटरी नैपकिन का एक पैकेट प्रदान किया जाएगा। प्रत्येक पैकेट पर 15.20 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है।

(Asmita Yojana) अस्मिता योजना महाराष्ट्र

(Asmita Yojana) अस्मिता योजना महाराष्ट्र

कब शुरू हुई अस्मिता योजना?

(Asmita Yojana) महिलाओं और स्कूल जाने वाली लडकियों को सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से महाराष्ट्र सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा इस योजना को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन 8 मार्च को महाराष्ट्र में लागू किया गया ।

अस्मिता योजना के अंतर्गत स्कूल जाने वाली छात्राओं को सैनिटरी नैपकिन का पैकेट 5 रुपय में उपलब्ध कराया जायेगा, जबकि गाँव की महिलाओं को यह सुविधा सब्सिडी कीमत 24 और 29 रुपय में उपलब्ध कराई जाएगीं।

अस्मिता योजना का प्रमुख उद्देश्य 

मुख्य उद्देश्य (Main Objective): गाँवो में रहने वाली बालिकाओ व महिलाओं को मासिक चक्र के समय रखीं जाने वली स्वच्छता को लेकर बहुत ही कम जानकारी उपलब्ध होती है। महाराष्ट्र में प्राप्त आकड़ो के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रो में केवल 17 प्रतिशत महिलाओं के द्वारा सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल किया जाता है। 

इसके पीछे मुख्य कारण नैपकिन की ज्यादा कीमत, गाँवो में इसका आसानी से उपलब्ध ना होना, और गाँवो में महिलाओं द्वारा इसे खरीदनें पर शर्म महसूस करना है। इन्हीं सब समस्याओं से महिलाओं को बाहर निकालने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा इस योजना को लागू किया गया है।

निर्धारित बजट इस अस्मिता योजना के लिए (Budget)

अस्मिता योजना के लिए महाराष्ट्र सरकार ने 3 करोड़ का बजट रखा है। (Asmita Yojana) इसके द्वारा स्कूल की छात्राओं और महिलाओं को कम कीमत पर सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के साथ-साथ छात्राओं में स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी जगाई जाएगीं।

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नैपकिन की कीमत (Nepkin’s Price)

स्कूल की छात्राओं को यह नैपकिन के पैकेट 5 रुपए में प्रदान किये जायेंगे, जिसमे 1 पैकेट में 5 नैपकिन होंगे। वही गाँव की महिलाओं के लिए 2 तरह के पैकेट उपलब्ध है जिसकी कीमत क्रमशः 24 और 29 रुपय होगी।

मुख्य लाभार्थी (Beneficiaries): अस्मिता योजना के मुख्य लाभार्थी 11 से 19 वर्ष की ग्रामीण महिलाये और स्कूली छात्राए है।

सेनेटरी नैपकिन का वितरण (Distribution)

पहले चरण में 5 लाख लड़कियों को अस्मिता कार्ड मिलेगा| अस्मिता योजना के तहत, 9-9 वर्ष की आयु के जिला परिषद स्कूलों में किशोर लड़कियों को 6 मिमी पैड उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए, किशोरियों को उनके सरकारी सेवा केंद्रों के माध्यम से पंजीकृत किया जाएगा और उन्हें अस्मिता कार्ड दिया जाएगा। 

अस्मिता कार्डधारक किशोर लड़कियों के बचत समूहों से सैनिटरी नैपकिन खरीदेंगे। (asmita card) पहले चरण में राज्य में लगभग एक लाख लड़कियों को अस्मिता कार्ड दिया जाएगा। अस्मिता कार्ड धारक रुपये की बचत के लिए सरकार को सब्सिडी प्रदान करेंगे। 5 रुपये में बिकने वाले पैकेटों की संख्या के अनुपात में 5 प्रति पैकेट। किशोरावस्था की लड़कियों को पूरे साल में तीन वॉलेट उपलब्ध कराए जाएंगे।

Asmita Yojana को लागू करने के लिए एक मोबाइल ऐप बनाया गया है और इसका हाल ही में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने अनावरण किया। इस ऐप के माध्यम से, महिला बचत समूह ऑनलाइन सैनिटरी नैपकिन की मांग की रिपोर्ट करेंगे। 

वितरक मांग के अनुसार उन्हें आपूर्ति करेंगे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में और ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे की उपस्थिति में इस योजना के लोगो और डिजिटल अस्मिता कार्ड का भी मंत्रालय में अनावरण किया गया। ऐप, अस्मिता कार्ड, वेबपोर्टल यस बैंक, महाऑनलाइन और केपीएमजी की मदद से बनाया गया है।

अस्मिता योजना के लिए सेनेटरी नैपकिन SHG के तहत कार्यरत महिलाओं द्वारा सीधे ख़रीदा जायेगा, इसके लिए उनके द्वारा मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग किया जायेगा। अब इन ख़रीदे गये नैपकिनो को स्कूलों की छात्राओं को उपलब्ध कराया जायेगा। इसके लिए छात्राओं से 5 रुपय कीमत वसूल की जाएगी।

अस्मिता योजना के लिए पात्रता (Eligibility)

  • यह Asmita Yojana महाराष्ट्र में मौजूद छात्राओं और महिलाओं के लिए है।
  • अस्मिता योजना का विषेश लाभ जिला परिषद की स्कूलों में पढ़ रही छात्राओं को दिया जायेगा।
  • महाराष्ट्र ग्रामीण महिलाओं को भी इस योजना के तहत सब्सिडी कीमत पर सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराये जायेंगे।
  • अस्मिता योजना के द्वारा छात्राओं में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और यह उनके स्वास्थय के लिए अच्छा होगा।

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Asmita Yojana से जुडी सभी जानकारिया आज हमने आपको बताई। अगर Asmita Yojana से जुडी कोई भी चीज़ आपको पूछनी हो तो Comment में बताये। पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले। धन्यवाद पोस्ट पढ़ने के लिए।

अस्मिता योजना क्या है?

महिलाओं और स्कूल जाने वाली लडकियों को सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से महाराष्ट्र सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा इस योजना को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन 8 मार्च को महाराष्ट्र में लागू किया गया।

अस्मिता योजना के अंतर्गत स्कूल जाने वाली छात्राओं को सैनिटरी नैपकिन का पैकेट 5 रुपय में उपलब्ध कराया जायेगा, जबकि गाँव की महिलाओं को यह सुविधा सब्सिडी कीमत 24 और 29 रुपय में उपलब्ध कराई जाएगीं।

अस्मिता योजना के प्रमुख उद्देश्य बताइये?

मुख्य उद्देश्य (Main Objective): गाँवो में रहने वाली बालिकाओ व महिलाओं को मासिक चक्र के समय रखीं जाने वली स्वच्छता को लेकर बहुत ही कम जानकारी उपलब्ध होती है। महाराष्ट्र में प्राप्त आकड़ो के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रो में केवल 17 प्रतिशत महिलाओं के द्वारा सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल किया जाता है। 

इसके पीछे मुख्य कारण नैपकिन की ज्यादा कीमत, गाँवो में इसका आसानी से उपलब्ध ना होना, और गाँवो में महिलाओं द्वारा इसे खरीदनें पर शर्म महसूस करना है। इन्हीं सब समस्याओं से महिलाओं को बाहर निकालने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा इस योजना को लागू किया गया है।

इस योजना के लिए निर्धारित बजट बताइये?

इस योजना के लिए महाराष्ट्र सरकार ने 3 करोड़ का बजट रखा है। इसके द्वारा स्कूल की छात्राओं और महिलाओं को कम कीमत पर सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के साथ-साथ छात्राओं में स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी जगाई जाएगीं।

सेनेटरी नैपकिन की कीमत कितनी निर्धारत की गई हैं?

स्कूल की छात्राओं को यह नैपकिन के पैकेट 5 रुपए में प्रदान किये जायेंगे, जिसमे 1 पैकेट में 5 नैपकिन होंगे। वही गाँव की महिलाओं के लिए 2 तरह के पैकेट उपलब्ध है जिसकी कीमत क्रमशः 24 और 29 रुपय होगी।
मुख्य लाभार्थी (Beneficiaries): इस Asmita Yojana के मुख्य लाभार्थी 11 से 19 वर्ष की ग्रामीण महिलाये और स्कूली छात्राए है।

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